Text Details
मैं शैतान है अँगूठा चढ़ाई सब मेरी जिंदगी के साथ कि गलत था तय होगा सोचा. अंत में, जाहिर है, यह लगभग कुछ भी नहीं बदला है. लेकिन मैं सराहना करते हैं कि पहाड़ों सपने के लिए गरीब कर आया था. और मैं अपनी कहानी बता रहे थे.
— (book)
by Jon Krakauer
|
Language: | Hindi |
This text has been typed
63 times:
Avg. speed: | 35 WPM |
---|---|
Avg. accuracy: | 90.9% |