Text Details
तुम्हारी जरूरत है इसे किसी भी, आगे सर नहीं ले. तुम मेरे लिए साबित कर दिया कि यह सब और हत्या, गलत गलत है, और बहुत गलत है. मैं मुझे सबक सीखा है, सर. मैं जो मैं पहले कभी नहीं देखा अब देखा है. मैं ठीक हूँ! दलदल की स्तुति करो! मैं ठीक हूँ!
— (book)
by Anthony Burgess
|
Language: | Hindi |
This text has been typed
50 times:
Avg. speed: | 33 WPM |
---|---|
Avg. accuracy: | 91.6% |